इजरायल के सैन्य ठिकानों पर हिजबुल्ला का बड़ा ड्रोन हमला, रफाह में भी इजरायली सेना की कार्रवाई जारी
बेरूत। गाजा युद्ध के दौरान पहली बार लेबनान के हिजबुल्ला संगठन ने इजरायल के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन से बड़ा हमला किया। हिजबुल्ला ने ड्रोन की पूरी स्क्वाड्रन इजरायल पर हमले के लिए भेजी थी। इससे हुए जान-माल के नुकसान की अभी पुष्ट सूचना नहीं मिली है। वैसे इनमें से ज्यादातर ड्रोन को इजरायल के डिफेंस सिस्टम ने आकाश में ही मार गिराया।
ईरान समर्थित सशस्त्र संगठन हिजबुल्ला गाजा के संगठन हमास के समर्थन में इजरायल पर आठ अक्टूबर, 2023 से लगातार हमले कर रहा है। इजरायल भी संगठन के लेबनान स्थित ठिकानों पर लगातार जवाबी हमले कर रहा है।
इजरायली सेना ने सोमवार को हिजबुल्ला के कई ठिकानों को हवाई हमलों में भारी नुकसान पहुंचाने और उसके कमांडर अली हुसैन साबरा को मारे जाने की जानकारी दी है। इस बीच सीरिया में सरकार की सलाह के लिए नियुक्त ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड के कमांडर सईद अबयार की हत्या हो गई है। ईरानी समाचार एजेंसी एसएनएन ने हत्या के लिए इजरायल को जिम्मेदार बताया है।
हमास को नष्ट करना इजरायल की सर्वोच्च प्राथमिकता
इजरायल सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता हमास को नष्ट करना है। इसी के साथ सरकार गाजा से बंधकों की सुरक्षित वापसी भी चाहती है। यह बात इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कही है। उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री के तौर पर वह दोनों लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए कार्य कर रहे हैं लेकिन गठबंधन सरकार के मुखिया के तौर पर उन्हें सहयोगी दलों का दबाव भी झेलना पड़ रहा है। कई बार वार कैबिनेट में एकमत से लिए गए फैसलों के क्रियान्वयन में कठिनाई पैदा हो जाती है।
इजरायल सरकार में शामिल अति दक्षिणपंथी दल के नेता व राष्ट्रीय सुरक्षा मंत्री इतमार बेन-गिविर ने कहा है कि प्रधानमंत्री नेतन्याहू अमेरिकी राष्ट्रपति की गाजा योजना को लागू करने के लिए लीपापोती कर रहे हैं। वह गाजा में युद्ध को धीमा कर रहे हैं।
रफाह में भी इजरायली सेना की कार्रवाई जारी
इस बीच गाजा में इजरायली सेना के ताजा हमलों में 11 लोग मारे गए हैं। इनमें से एक महिला समेत सात लोग नुसीरत शरणार्थी शिविर में और तीन बच्चों समेत चार लोग बुरेज शरणार्थी शिविर में मारे गए हैं। रफाह में भी इजरायली सेना की कार्रवाई जारी है।