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लॉर्ड्स में जीत के दरवाज़े तक पहुंचा भारत, लेकिन 5 गलतियों ने कर दी हार तय

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प्रयाग भारत, दिल्ली; सोमवार को लॉर्ड्स में खत्म हुए तीसरे टेस्ट में मिली हार करोड़ों भारतीय फैंस और टीम इंडिया को ताउम्र सालती रहेगी. टेस्ट के लगभग पौने चार दिन मुकाबले पर टीम गिल का कब्जा था, लेकिन चौथे दिन के आखिरी घंटे से जो खराब सुर लगा, वह आखिरी दिन के अंतिम सेशन में मोहम्मद सिराज के बोल्ड होने तक जारी रही. तमाम बड़े नाम वाले बल्लेबाज औंधे मुंह जमीं पर गिरे. और इसमें अपवाद रहे रवींद्र जडेजा और पुछल्ले जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज क्योंकि महत्वपूर्ण बल्लेबाजी कौशल जितना अहम था, यहां चौथी पारी में एप्रोच (रवैया) भी एक बड़ा कारक था. बहरहाल, आप उन 5 बड़ी गलतियों के बारे में जान लीजिए, जिससे भारत ने लॉर्ड्स में जीता हुआ मैच गंवाकर इतिहास रचने के साथ ही सीरीज में बढ़त लेने का मौका भी गंवा दिया.

1. खराब एप्रोच, घटिया शॉट, बिगड़ गया सुर!

यह एक सवाल है कि प्रबंधन ने दूसरी पारी में बैटिंग के लिए उतरने से पहले यशस्वी जायसवाल को  क्या निर्देश दिए थे. जब शुरुआती ओवरों में स्थिरता और खासकर आखिरी सेशन में विकेट न गंवाना सबसे बड़ी प्राथमिकता थी, जब यशस्वी जायसवाल बहुत ही घटिया शॉट खेलकर आउट हो गए. भारत यहां 350 नहीं, 193 रनों का पीछा कर रहा था. और अगले दिन पूरे दिन का खेल बाकी था. लेकिन बहुत ही घटिया एप्रोच के साथ ही जायसवाल ने ऐसा ही शॉट खेला, जिसके लिए वह सजा के हकदार हैं. और शुरुआती ‘सुर’ क्या खराब लगा कि यहां से सबकुछ बिगड़ता ही चला गया. और देखते ही  देखते दिन की समाप्ति पर भारत का स्कोर 58 पर 4 हुआ, तो जरूरी अनिवार्य मनोवैज्ञानिक लाभ भारत ने गंवा दिया.

2. ये मौका भी गंवा बैठे करुण और..

पिछले दो टेस्ट मैचों की नाकामी के बावजूद भारतीय प्रबंधन ने करुण नायर को लॉर्ड्स में फिर मौका दिया. उनके पास चौथी पारी में पिछली तमाम नाकामियों पर पानी फेरने का बेहतरीन मौका था. लेकिन वह फिर से नाकाम रहे. करुण के साथ ज्यादातर मौकों पर उलट यह हो रहा है कि वह शुरुआती मुश्किल समय गुजारने के बाद आउट हो जा रहे हैं. निगाहें जमने के बाद ऑफ स्टंप के बाहर वह स्विंग और सीम को सही तरह से डील नहीं कर पा रहे हैं. वहीं, दूसरी पारी में तो वह गेंद को लेफ्ट करने की कोशिश में एलबीडब्ल्यू आउट हो गए. और अब हाल यह है कि दौरे में 6 पारियों में 21.83 के औसत के साथ करुण नायर एक ऐसे मोड़ पर खड़े हैं, जहां से आगे वह किस रोड पर जाएंगे, यह ईश्वर या भारतीय प्रबंधन ही बेहतर जानता है.

3. दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके सुपर सितारे!

लॉर्ड्स का परिणाम टीम इंडिया को कहां ले जाता या अब कहां ले गया है, यह बहुत ही अहम बात थी. ऐसे में दूसरी पारी में सुपर सितारे मतलब कप्तान शुभमन गिल (6) और ऋषभ  पंत (9) के योगदान  के बहुत ही ज्यादा मायने थे, लेकिन प्रचंड फॉर्म में चल रहे गिल जरूरत के समय नहीं चले, तो जोफ्रा की एक खूबसूरत गेंद पंत की पारी का अंत कर गई. दोनों ही सुपर सितारे दूसरी पारी में जमीं पर आ गिरे. और इन दोनों में से किसी एक का बड़ी पारी न खेल पाना भी हार की एक बड़ी वजह साबित हुआ.

4. खासा महंगा पड़ा केएल राहुल का कैच टपकाना

पहली पारी में केएल राहुल ने जैमी स्मिथ (51) का स्लिप में आसान कैच तब छोड़ा, जब उनका निजी स्कोर  सिर्फ 5 रन था. जैमी ने इसे पूरी तरह भुनाते हुए बहुत ही अहम अर्द्धशतक जड़ने में कामयाब रहे. और लॉर्ड्स में जो भारत की 22 रन से हार हुई, उसमें यह कैच भी एक बड़ी वजह रहा. निचले क्रम में इंग्लिश विकेटकीपर की 51 रन की पारी भारत की हार में बड़ा अंतर पैदा कर गई. और  नुकसान की वजह बना केएल राहुल कैच टपकाना, जो 46 रन महंगा साबित हुआ.

5. आखिरी 3 विकेटों से बनवा दिए 100 से भी ज्यादा रन

इंग्लैंड की पहली पारी में भारत ने एक समय मेजबानों के सात विकेट 271 रनों पर गंवा दिए. और जब बारी आखिरी पंच जड़ने की थी, तो यहां भारतीय गेंदबाज विकेटों को तरस गए. नतीजा यह रहा कि इंग्लैंड के आखिरी तीन बल्लेबाजों ने मिलकर इंग्लैंड का स्कोर 271 से भारत की बराबरी पर 387 तक पहुंचा दिया. और ये तीनों विकेट काफी पहले चटका लिए गए होते, तो टीम इंडिया पहली पारी में अच्छी खासी बढ़त लेने में सफल रहती. पहली पारी में जसप्रीत बुमराह ने 4 विकेट चटकाए जरूर, लेकिन अगर आखिरी 3 बल्लेबाज 116 रन बना लें, तो इस प्रदर्शन के मायने से टीम को क्या नुकसान होता है, यह मैच के परिणाम में साफ देखा जा सकता है.

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