पाकिस्तान में तबाही मचाती बारिश, 16 दिन में 98 मौतें, हालात बिगड़ते जा रहे हैं

प्रयाग भारत, दिल्ली; पाकिस्तान में मानसून की बारिश के बीच अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि कई जगह तेज बारिश से नदियों का पानी बढ़ सकता है. कुछ कमजोर इलाकों में बाढ़ आने की भी आशंका जताई गई है. पाकिस्तान के राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) और पंजाब की प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (PDMA) ने लोगों से सावधान रहने और पानी भरे हुए इलाकों में जाने से बचने की अपील की है. खासकर 17 जुलाई तक अलर्ट रहने के कारण लोगों को सतर्क रहने को कहा गया है.
अरब सागर से आई नमी की वजह से पंजाब में मॉनसून एक्टिव है. लाहौर में रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिससे नमी (ह्यूमिडिटी) बढ़ गई है. एनडीएमए के अनुसार, 26 जून से यानी 16 दिन में अब तक देशभर में मूसलाधार बारिश और अचानक आई बाढ़ के कारण कम से कम 98 लोगों की जान चली गई है और 185 अन्य घायल हो गए हैं. पंजाब प्रांत में सबसे अधिक 37 मौतें हुईं, जिनमें 20 बच्चे शामिल हैं, इसके बाद खैबर पख्तूनख्वा में 30 लोगों की जान गई.
17 जुलाई तक अलर्ट
पाकिस्तान मौसम विज्ञान विभाग (पीएमडी) के अनुसार, लाहौर में तापमान न्यूनतम 27 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 33 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की उम्मीद है. शहर में हल्की बारिश का भी अनुमान है, जिसके कारण पीडीएमए ने 17 जुलाई तक वर्षा और तेज हवा की चेतावनी जारी की है. एनडीएमए के राष्ट्रीय आपातकालीन संचालन केंद्र ने 13 से 17 जुलाई तक के लिए अलर्ट जारी किया है. इसमें कहा गया है कि इस दौरान मॉनसून की वजह से कई इलाकों में जोरदार बारिश हो सकती है और बारिश की तीव्रता बढ़ सकती है.