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आज है नेशनल ग्रामर डे, ऐसे करें इस दिन को सेलीब्रेट

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 प्रयागभारत, नई दिल्ली: आज, 4 मार्च 2024 को नेशनल ग्रामर डे मनाया जा रहा है। हर साल इस तिथि पर मनाया जाने वाला नेशनल ग्रामर डे अंग्रेजी भाषा में ग्रामर के महत्व को दर्शाता है। साथ ही, इस भाषा की कमियों का समझने और अपने संपादकों को ध्यवाद देने के उद्देश्य से भी इस दिवस (National Grammar Day 2024) को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाए जाने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम सभी एक ग्रामर पार्टी का आयोजन करें और रोजमर्रा के जीवन में इस्तेमाल किए जाने वाले स्टडी मैटेरियल जैसे – न्यूजपेपर, मैगजीन, आदि में ग्रामर की गलतियों की ढूंढें।

National Grammar Day 2024 Significance: नेशनल ग्रामर डे का महत्व

ग्रामर को अंग्रेजी भाषा का बैकबोन कहा जाता है। अंग्रेजी भाषा में वाक्य की संरचना, शब्दों का लहजा और चीजों को कैसे संप्रेषित किया जाना है, यह तय करता है। किसी भी लैंग्वेज के ग्रामर में मामूली अंतर वाक्यों के पूरे अर्थ को बदल सकता है। वस्तुतः किसी भी भाषा में ग्रामर उस भाषा की संरचना का निर्माण करता है। ग्रामर के एक्सपर्ट्स को कभी-कभी ग्रामर संबंधी त्रुटियों के माध्यम से नेविगेट करने में कठिनाई होती है और उन चीज़ों को समझना मुश्किल हो सकता है जिन्हें संप्रेषित किया जाना चाहिए। ऐसे में जबकि भाषा संचार का एक माध्यम है, व्याकरण भाषा के नियम और विनियम बनाता है जिनका हमें पालन करना चाहिए।

National Grammar Day 2024 History: नेशनल ग्रामर डे का इतिहास

पांचवीं शताब्दी ईपू में संस्कृत भाषा में व्याकरण का प्रयोग किए जाने के साक्ष्य मिलते हैं। हालांकि, परंपरागत व्याकरण और अक्षरों की प्रणाली को बाद में ग्रीक के विद्वानों द्वारा विकसित की गई थी। ग्रीक व्याकरणविद् आयोनिसियस थ्रैक्स ने व्याकरण को उस विधा के रूप में परिभाषित किया है जो किसी व्यक्ति को एक भाषा और उसके घटकों को एक दूसरे के संबंध में बोलने और व्यक्त करने की अनुमति देता है। नोम चॉम्स्की, अमेरिकी प्रोफेसर और सार्वजनिक बुद्धिजीवी, जो भाषाविज्ञान के क्षेत्र में अपने योगदान के लिए जाने जाते हैं, ने अंग्रेजी भाषा के व्याकरण में भारी योगदान दिया, जिससे इसमें नाटकीय परिवर्तन हुए। वर्ष 2008 में, सोसाइटी फॉर द प्रमोशन ऑफ गुड ग्रामर की संस्थापक मार्था ब्रोकेनब्रू ने हर साल 4 मार्च को मनाए जाने वाले ‘नेशनल ग्रामर डे’ की घोषणा की।

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