कर्मचारी के वेतन से अधिक कुत्ते पर खर्च…बेशुमार दौलत होने के बावजूद हिदुंजा परिवार की ये कैसी हरकत? हैरान कर देंगे ये दावे
नई दिल्ली। यूनाइटेड किंगडम के सबसे धनी परिवारों में से एक हिंदुजा परिवार है। हालांकि, इस समय ये परिवार मानव तस्करी और अपने स्विस विला में कर्मचारियों का शोषण करने के आरोपों से घिरा हुआ है। हिंदुजा परिवार पर लगे आरोपों पर जिनेवा में मुकदमा चल रहा है। बता दें कि हिंदुजा परिवार के चार सदस्यों पर अपने कर्मचारियों के पासपोर्ट जब्त करने और उन्हें मात्र 600 रुपये का भुगतान करने का आरोप लगा है।
कितना अमीर हिदुंजा परिवार?
हिंदुजा परिवार की कुल संपत्ति 20 बिलियन डॉलर है। वे बहुराष्ट्रीय समूह, हिंदुजा समूह की देखरेख करते हैं, जो शिपिंग, बैंकिंग, मीडिया और अन्य जैसे सेक्टर में फैला हुआ है। उनके पास लंदन में महत्वपूर्ण रियल एस्टेट संपत्तियां भी हैं, जिनमें प्रतिष्ठित रैफल्स लंदन होटल शामिल है।
हिंदुजा परिवार को लेकर हुए चौंकाने वाले खुलासे
- अभियोजकों ने खुलासा किया कि हिंदुजा परिवार ने कर्मचारी के वेतन से अधिक कुत्ते पर खर्च किया।
- स्विस अभियोजक यवेस बर्टोसा ने कहा कि परिवार का अपने कुत्ते पर सालाना खर्च 8,584 स्विस फ़्रैंक (8,09,399 रुपये) था।
- वहीं, इनके कर्मचारी कथित तौर पर सप्ताह में सात दिन, 18 घंटे तक काम करते थे, और उन्हें प्रतिदिन केवल 7 स्विस फ़्रैंक (660 रुपये) मिलते थे।
- परिवार ने कथित तौर पर अपने कर्मचारियों के पासपोर्ट जब्त कर लिए
- बिना अनुमति के परिसर से बाहर जाने की उनकी स्वतंत्रता पर प्रतिबंध लगाया।
- स्विस कानून के तहत यह मानव तस्करी का मामला बनता है।
- कर्मचारियों को स्विट्जरलैंड नहीं बल्कि भारतीय रुपये में वेतन दिया गया।
- कर्मचारियों के लिए अनुबंध में कथित तौर पर काम के घंटे या छुट्टी के दिन शामिल ही नहीं थे
- कर्मचारियों को परिवार की जरूरत के अनुसार उपलब्ध रहने की आवश्यकता थी।
बचाव में क्या बोला हिदंजा परिवार?
- अपने कर्मचारियों के साथ सम्मानपूर्वक व्यवहार किया
- उनके मुआवजे के हिस्से के रूप में आवास और भोजन प्रदान किया।
ये हो रही मांग
प्रकाश हिंदुजा, उनकी पत्नी कमल, उनके बेटे अजय और उनकी पत्नी नम्रता के लिए लंबी जेल की सजा की मांग की जा रही है। रिपोर्टों के अनुसार, परिवार अदालती खर्च के लिए 1 मिलियन स्विस फ़्रैंक का भुगतान करे और प्रभावित कर्मचारियों के लिए 3.5 मिलियन फ़्रैंक का मुआवजा कोष स्थापित करे।