बीमार, बच्चे व बुजुर्ग भीड़ में आने से बचें ; गुरु पूर्णिमा के लिए बांकेबिहारी मंदिर की गाइडलाइन जारी
प्रयागभारत , वृंदावन ; ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। भीड़ का दबाव बढ़ने से व्यवस्थाएं तो ध्वस्त हो ही रही हैं। श्रद्धालुओं को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
गुरु पूर्णिमा पर्व पर देशभर के श्रद्धालु गोवर्धन और वृंदावन आएंगे। ऐसे में मंदिर प्रबंधन ने देश भर के श्रद्धालुओं के लिए गाइड लाइन जारी कर भक्तों से भीड़ का हिस्सा न बनने की अपील की है। मंदिर प्रबंधन ने अपील की है कि गुरुपूर्णिमा पर भीड़ का आकलन करने के बाद ही श्रद्धालु दर्शन के लिए आएं।
पर्व पर दर्शन का कार्यक्रम न बनाएं
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर प्रबंधन ने रविवार की शाम जारी श्रद्धालुओं से अपील में कहा है 21 जुलाई को गुरुपूर्णिमा पर्व पर पर भक्तों की भारी भीड़ मंदिर में दर्शन को उमड़ती है। श्रद्धालु इस पर्व पर दर्शन का कार्यक्रम न बनाएं। भीड़ का आकलन करके ही मंदिर आएं।
बीमार, बुजुर्ग और बच्चों को मंदिर लाने से बचें। पुलिस द्वारा तय रूट प्लान के अनुसार ही श्रद्धालु एंट्री पाइंटों पर जूते उतारकर आएं। जूता उतारने की व्यवस्था मंदिर के आसपास नहीं है। पब्लिक एड्रेस सिस्टम पर जारी गाइड लाइन का श्रद्धालु पालन कर व्यवस्था में सहयोग दें। मंदिर के अंदर ठहराव न करें, दर्शन कर बाहर निकलें।
बांकेबिहारी मंदिर में भक्तों की उमड़ी भीड़
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार की सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन के लिए उमड़ी। लेकिन, पुलिस और मंदिर के सुरक्षागार्डों की चुस्ती के चलते श्रद्धालुओं को बड़ी आसानी से आराध्य के दर्शन सुलभ हो सके। मंदिर आने वाले रास्तों में भी राहत नजर आई, तो मंदिर के अंदर भी भीड़ का दबाव कम ही नजर आया। पहली बार है कि भीड़ के बावजूद व्यवस्थाएं चुस्त-दुरुस्त नजर आईं।
वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में रविवार को भक्तों की भीड़ का नहीं दिखा ठहराव, तो मिली राहत।
रविवार को उमड़ती है भारी भीड़
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में लंबे समय बाद रविवार के दिन भक्तों की भीड़ के बावजूद व्यवस्थाएं दुरुस्त रहीं। मंदिर आने वाले रास्तों में भक्तों की भीड़ उमड़ रही थी। भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस द्वारा की गई व्यवस्थाएं दुरुस्त नजर आईं। श्रद्धालुओं को रोक-रोककर आगे बढ़ाया जा रहा था। लेकिन, मंदिर के अंदर श्रद्धालुओं का ठहराव रविवार को कम नजर आया।
मंदिर आने वालों की बढ़ती जा रही संख्या
ऐसे में बाहर गलियों और बाजार में श्रद्धालुओं को न ताे ज्यादा इंतजार न करना पड़ा और न ही भीड़ का दबाव ही श्रद्धालुओं को झेलना पड़ा। श्रद्धालु आराम से मंदिर की ओर बढ़ते नजर आए, तो मंदिर के अंदर ही नहीं बाहर भी श्रद्धालु आराम से मंदिर की ओर बढ़ते नजर आए।